UP Primary Teacher Vacancy News: डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन यानी कि उत्तर प्रदेश में प्रशिक्षण किए हुए अभ्यर्थियों के द्वारा प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा योजन आयोग को ज्ञापन सोपा गया इन डीएलएड अभ्यर्थियों को क्या कहना है कि पिछले 6 वर्ष से प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं हुआ है और कोविड-19 के समय से छोड़कर हर वर्ष डीएलएड प्रशिक्षण पूर्ण कर भर्ती आने की प्रतीक्षा सभी डीएलएड अभ्यर्थी कर सकेंगे।
ऐसे बहुत से डीएलएड अभ्यर्थी है जिनके द्वारा यूपी टेट यानी कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा एग्जाम निकाला जा चुका है। यानी वह एग्जाम उत्तीर्ण कर चुके हैं और सीटेट का एग्जाम भी उत्तीर्ण कर चुके हैं। लेकिन प्राथमिक शिक्षक भर्ती ना आने से प्रतियोगी छात्रों में काफी हताश व निराशा है डीएलएड के छात्र संघ प्रदेश अध्यक्ष सिंह की तरफ से बताया गया कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती देने की बजाय शिक्षा मंत्री के द्वारा शिक्षक और छात्र अनुपात और समानुपात के नाम पर प्रशिक्षित युवाओं को उलझाया जा रहा है जबकि हकीकत इसके पूरी तरह से विपरीत है।
UP Primary Teacher Vacancy 2024
6 वर्षों से प्राथमिक शिक्षक भर्ती ना आने से और प्रतिवर्ष शिक्षकों के रिटायर होने से पद रिक्त हो रहे हैं इसके अलावा सरकार सुप्रीम कोर्ट में पहले ही हालतनामा देख चुकी है कि 50000 से ज्यादा पद अभी उत्तर प्रदेश में रिक्त हैं जब प्राथमिक शिक्षक भर्ती भी उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग से आयोजित की जानी है यानी पहली बार शिक्षा सेवा चयन आयोग प्राथमिक शिक्षक भर्ती का आयोजन करेगा।
शिक्षा सेवा चयन आयोग में सदस्य अध्यक्ष व सभी की नियुक्तियां तो हो चुकी है लेकिन कुछ पद ऐसे हैं जहां पर अभी नियुक्तियां होना शेष है। जैसे कि अधिकारियों की तैनाती अभी नहीं हुई है अधिकारियों की तैनाती न होने से प्रतियोगी छात्रों में निराशा है। क्योंकि जब तक अधिकारियों के तैनाती नहीं की जाएगी। तब तक नए विज्ञापन पर कोई भी फैसला शिक्षा सेवा चयन आयोग नहीं लेगा। इस समय प्रतियोगी छात्र अवसाद में चल रहे हैं और ओवर ऐज भी हो रहे हैं।
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शिक्षा सेवा चयन आयोग के सदस्यों को अभ्यर्थियों ने ज्ञापन सौपा और बताया कि 6 वर्षों से प्राथमिक शिक्षक भर्ती ना आने से प्रतियोगी छात्रों में निराशा की स्थिति बनी हुई है। प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्रों ने शिक्षा सेवा चयन आयोग के सदस्यों को ज्ञापन सौपा और शिक्षा सेवा चयन आयोग ने भी अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया जिन प्रशिक्षितों की तरफ से यह कहा गया कि अगर उनकी मांगों को नहीं सुना गया तो वह आयोग के सामने प्रदर्शन भी करेंगे।