UP Constable Bharti Re Exam: उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती की परीक्षा होने जा रही है और इस भर्ती परीक्षा के लिए काफी बड़े परिवर्तन भी कर दिए गए हैं और इन्ही परिवर्तनों के साथ अब यह परीक्षा आयोजित होने जा रही है। जैसे कि किसी भी छात्र को घड़ी पहनकर अनुमति नहीं दिया जाएगा। अभ्यर्थियों को सही समय देखने के लिए हर एक परीक्षा केन्द्रों पर एक घड़ी लगाई जाएगी और उस दीवार पर जो घड़ी लगाई जाएगी। उसमें ही अभ्यर्थी समय देख सकेंगे इस बार सिर्फ सरकारी और अनुदानित विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र के रूप में बनाया गया है। यूपी कांस्टेबल भर्ती को लेकर एग्जाम तिथियां काफी पहले ही जारी हो गई है और एडमिट कार्ड का अभ्यर्थी इंतजार कर रहे हैं।
UP Constable Re Exam 2024 Latest Update
उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती की परीक्षा को 17 और 18 फरवरी को चार पालियो में आयोजित करवाया गया था। लेकिन पेपर लीक की वजह से इस भर्ती एग्जाम को निरस्त कर दिया गया था। आपको बता दिया जाता है कि इस बार पेपर में क्राइम ब्रांच से लेकर एसटीएफ की यूनिट तक पेपर लीक कराने वाले साल्वर गिरोह पर लगातार नजर को गड़ाए हुए हैं और इस बार ऐसे इंतजाम किए गए हैं कि पेपर लीक कराने वाले कुछ नहीं कर पाएंगे उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती के साथ 60244 पदों के लिए विज्ञापन जारी हुआ था और अब इसका एग्जाम 23 अगस्त 24 अगस्त 25 अगस्त 30 अगस्त और 31 अगस्त को आयोजित होने जा रहा है जन्माष्टमी की छुट्टी की वजह से परीक्षाओं की तिथियां में अंतराल किया गया है।
UP Constable Re Exam Update Today
जैसे कि सिपाही भर्ती की परीक्षा आयोजित होने जा रही है। लेकिन इस बार कितने परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं आपको जान लेना जरूरी है। उत्तर प्रदेश की कुल 67 जिलों में परीक्षा केंद्र को बनाया गया है। 1176 परीक्षा केंद्र इस बार बने हैं सिपाही भर्ती की परीक्षा कुल 5 दिन तक आयोजित की जाएगी यह परीक्षा केंद्र की जो निगरानी है इसकी निगरानी एक मजिस्ट्रेट करेगा। ट्रेजरी से प्रश्न पत्र 20 सेक्टर मजिस्ट्रेट की निगरानी में ही सरकारी गाड़ी से अब लाया जाएगा और उसे वापस जमा भी किया जा सकेगा। हर केंद्र के हर एक कमरे में सीसीटीवी होगा और सीसीटीवी बने कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी। बोर्ड द्वारा मास्टर कंट्रोल रूम भी बनाया गया है जिसके माध्यम से नजर एग्जाम पर रखा जाएगा।
UP Constable Re Exam News Today
उत्तर प्रदेश में पेपर लेकर आने वाले जितने भी गैंग हैं उस पर अब एसटीएफ के माध्यम से बताया गया है कि किसी भी परीक्षा में गड़बड़ी के 70% संभावना परीक्षा केंद्र से ही तय होती है। ऐसी स्थिति में परीक्षा केंद्र पर ही इस बार सख्ती बरती गई है ताकि पेपर लीक की बिल्कुल भी संभावनाएं ना हो निजी कॉलेज या स्कूल में सेंटर से वहां के कर्मचारी लालच में पेपर लीक कराने वाले गैंग से जुड़ जाते हैं और इसी वजह से पेपर लीक हो जाता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सकेगा। क्योंकि पेपर लीक को लेकर नया कानून बनाया गया है। और पेपर लीक में नए कानून में एक करोड रुपए जुर्माना का प्रावधान है और 10 साल की सजा का प्रावधान है अगर कोई भी पकड़ा जाता है।