UPPCS PRE Exam Cut Off Good News: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से 22 दिसंबर को पीसीएस प्री की परीक्षा आयोजित कराई गई है। जिसके लिए आंसर की भी तैयारी कर दिया गया है और 30 दिसंबर तक अभ्यर्थी इस आंसर की पर आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। लेकिन आपको बता देते हैं पीसीएस प्री सीसैट के जो 6 प्रश्नों के जवाब है उस पर अभ्यर्थियों ने आपत्ति की है 6 प्रश्नों के उत्तर इस बार गलत है।
पीसीएस प्री एग्जाम हेतु जितने प्रश्न पर आपत्तियां दर्ज की जा रही हैं इस बार ऐसा लग रहा है की कट ऑफ काफी कम जा सकती है। जैसे कि आप सभी की जानकारी के लिए बता दिया जाता है कि दिसंबर में कराई गई उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा के अंतर्गत सामान्य हिंदी वाले भाग में 25 प्रश्नों में से बड़ी संख्या में अशुद्धि प्रश्न इस बार है और उसके उत्तर विकल्प भी साफ-साफ इस बार देख रहे हैं और उन 25 प्रश्नों में से 6 प्रश्न तो ऐसे हैं जिनके प्रश्न ही गलत किए गए हैं।
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यूपी पीसीएस प्री एग्जाम के संदर्भ में बात कर लिया जाए तो भाषा विज्ञान एवं समान हिंदी विशेषज्ञ आचार्य पृथ्वी नाथ पांडे का उन्होंने 25 दिसंबर को आयोग की ओर से सार्वजनिक किए गए उत्तरों पर भी आपत्ति यहां पर किया है और आंसर की का हवाला दिए गए हैं आचार्य ने कोड डीएसएफ-2-24 प्रश्न पुस्तिका बारकोड 3052009 वाले प्रश्न दिए गए प्रश्न 6 के प्रश्न और उत्तर विकल्प को गलत बताया गया है उनका यह कहना है कि व्याकरण आधार पर उत्तर विकल्प में गुलाब शब्द का अर्थ गुलाब का फूल बताते हुए उसे माला के साथ जोड़कर जिस उत्तर A को सही बताया गया वह गलत है।
वहीं पर आयोग ने आदमी को फारसी भाषा का शब्द बताया है जबकि आदमी अरबी भाषा के यहां पर शब्द है पंडित पांडे ने 14 में प्रश्न और उत्तर विकल्प भी गलत यहां पर ठहरा दिया है उसे प्रश्न में वर्तनी वर्तनी की दृष्टि से कोई एक शुद्ध शब्द भी पूछा गया। जबकि उत्तर विकल्प में दो-दो शुद्ध वर्तनी वाले शब्द दिख रहे हैं। आयोग ने सी दूर अवस्था को शुद्ध बताया है जिसमें एक विकल्प वैश्या भी है जो की शुद्ध वर्तनी वाला शब्द है जिसका अर्थ है वैश्य जाति की स्त्री प्रश्न 15 में गलत युग्म को पूछा गया है। यहां भी प्रश्न और उत्तर विकल्प गलत है दिए गए गलत विकल्पों में ऐश्वर्य एवं अनैश्वर्य भी गलत विकल्प है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से जो यह इस बार परीक्षा कराई गई है यहां पर प्रश्नों को ही गलत प्रिंट कर दिया गया है और इसके उत्तर भी गलत है। ऐसे में आरोप लगाया कि अधिकतर प्रश्न उनके उत्तर विकल्प अशुद्ध हैं और कठोर कार्रवाई की मांग भी की गई है। आप सभी की जानकारी के लिए बता देते हैं इस बार 241000 अभ्यर्थियों ने आपत्ति को दिया है और इस बार कट ऑफ के बारे में बात कर लिया जाए तो 72 के आसपास इस बार जनरल ओबीसी का कट ऑफ जा सकता है वहीं पर एससी एसटी कट ऑफ की बात कर जाए तो 67 के आसपास कट ऑफ जा सकता है कटऑफ इस बार कम रहने का पूरा अनुमान है।