UP Police Bharti 2024: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के माध्यम से लिपिक संवर्ग में संविदा पर भर्ती के प्रस्ताव से जुड़ा एक पत्र इंटरनेट पर बहुत तेजी से प्रसारित हो रहा है। जिसमें यह बताया जा रहा है कि अब आउटसोर्सिंग के माध्यम से पुलिस विभाग में भर्तिया की जाएंगी। कार्य में अधिक लोड की वजह से यह निर्णय लिया गया है। सबसे पहले आप यह नोटिस देख लीजिए। पुलिस विभाग के माध्यम से नोटिस जारी किया गया था जिसमें यह बताया गया था कि उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से जो यह नोटिस जारी किया गया था जिसमें बताया गया था लिपिक संवर्ग में आउटसोर्सिंग के माध्यम से भर्तियो को लेकर सुझाव मांगा गया था इसमें चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग पर रखे जाने की व्यवस्था की गई है।
जैसे ही सभी ने यह नोटिस देखा तो काफी परेशान हो चुके थे और पूरे प्रदेश भर में हल्ला मच गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस में आउटसोर्सिंग पर विपक्ष पार्टियों के माध्यम से लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि आखिर कैसे डीजीपी मुख्यालय की तरफ से इस तरह का गलती से पत्र जारी किया जा रहा है। वहीं पर विपक्ष पार्टियों की तरफ से कहा गया कि किसी दिन सभ भर्तियो को आउटसोर्सिंग माध्यम से कर दिया जाएगा लेकिन पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के माध्यम से जब विवाद काफी सोशल मीडिया पर उठा तो फिर से दोबारा यह नोटिस जारी करते हुए बताया कि यह पत्र त्रुटिवश पुलिस विभाग के माध्यम से जारी किया गया है और रात में यह नोटिस जारी किया गया है।
जैसे कि आपने ऊपर देखा की दो प्रकार की नोटिस जारी हुई है। पहले तो आउटसोर्सिंग माध्यम से भर्ती किए जाने को लेकर नोटिस जारी किया गया फिर बाद में इस नोटिस को भर्ती बोर्ड ने बताया कि त्रुटिवश हमारी तरफ से जारी हुआ है। हालांकि छात्र इस नोटिस को देखकर काफी घबरा गए थे और कोई भी छात्र नहीं चाहता कि उत्तर प्रदेश में सरकारी भर्तियां आउटसोर्सिंग माध्यम से हो। वहीं पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर भाजपा सरकार को पूरी तरह से घेरा और केंद्र की भाजपा सरकार ने सेवा की भर्ती में जिस प्रकार से नौजवानों के लिए अग्निपथ योजना लाकर बर्बाद कर दिया। इस प्रकार पुलिस विभाग भी करने जा रहा है यानी ठेके पर पुलिस की भर्तियां होंगी। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवाओं को नियमित निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से सीधी नियुक्ति प्रक्रिया के माध्यम से ही नौकरियां दी जाएं।